Karun Nair की वापसी का जलवा: 9 साल बाद टेस्ट में दमदार फिफ्टी, क्रिकेट प्रेमियों को किया दीवाना!
Karun Nair एक ऐसा नाम है जो एक समय भारत के टेस्ट क्रिकेट का चमकता सितारा हुआ करता था। लेकिन समय के साथ वह टीम से बाहर हो गए और वर्षों तक चयन के लिए तरसते रहे। उन्होंने एक भावुक ट्वीट कर कहा था – “Dear cricket, give me one more chance।” अब साल 2025 में वह एक बार फिर चर्चा में हैं। वजह? उनकी शानदार टेस्ट वापसी, जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ में 9 साल बाद टेस्ट फिफ्टी जड़ी। Karun Nair टेस्ट क्रिकेट में धमाकेदार वापसी Karun Nair को 2025 की भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में चुना गया। यह एक फैसला चयनकर्ताओं का साहसिक कदम माना गया क्योंकि नायर पिछले कई वर्षों से टीम से बाहर थे। घरेलू क्रिकेट और इंडिया ए के लिए उनके प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया। Karun ने खुद को साबित भी कर दिखाया। 5वें टेस्ट के पहले दिन उन्होंने एक बेहद चुनौतीपूर्ण पिच पर नाबाद 52 रन बनाए, जो उनकी लगभग एक दशक बाद आई टेस्ट फिफ्टी थी। यह पारी उनकी जुझारूपन और संयम का प्रतीक थी। एक सच्चे खिलाड़ी का उदाहरण: जब उन्होंने ‘Spirit of Cricket’ दिखाया इसी मैच के दौरान एक वाकया हुआ जिसने Karun को सबकी नज़रों में और ऊपर पहुंचा दिया। इंग्लैंड के खिलाड़ी Chris Woakes जब चोटिल होकर मैदान पर गिर पड़े, उस वक्त Karun ने चौथे रन की संभावनाओं को छोड़ दिया और साथी खिलाड़ी को तुरंत वापस भेजा। इस घटना को दर्शकों और सोशल मीडिया पर जमकर सराहा गया। Karun के इस फैसले को खेल भावना का बेहतरीन उदाहरण बताया गया। आंकड़ों में Karun की क्लास 9 साल बाद टेस्ट फिफ्टी: लगभग 3,149 दिनों बाद टेस्ट क्रिकेट में फिफ्टी लगाई। नाबाद पारी: इंग्लैंड के खिलाफ 204/6 स्कोर पर टीम को संभाला। डोमेस्टिक रिकॉर्ड: लगातार तीन शतकों के साथ विजय हज़ारे ट्रॉफी में 500+ रन बिना आउट हुए बनाए। रणजी ट्रॉफी में 328 रन: यह किसी फाइनल में भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाया गया अब तक का सर्वोच्च स्कोर है। IPL 2025 में वापसी: दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक मैच में 89 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। टीम और कोचिंग स्टाफ की प्रतिक्रिया Karun Nair को लेकर टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ ने भी खुलकर तारीफ की। टीम के असिस्टेंट कोच ने कहा कि Karun ने कभी शिकायत नहीं की, उन्होंने हमेशा अपनी भूमिका निभाई। जब उन्हें टीम में मौका मिला, उन्होंने साबित कर दिया कि वो “प्लान बी” नहीं बल्कि मिडिल ऑर्डर के मजबूत विकल्प हैं। चुनौतियाँ और दबाव हालांकि Karun Nair की यह वापसी ज्यादा लंबी नहीं चल सकी। मैनचेस्टर टेस्ट के लिए उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इस निर्णय पर कई लोगों ने सवाल उठाए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में KL Rahul उन्हें गले लगाते हुए देखे गए, जिससे यह पता चलता है कि एक खिलाड़ी के लिए चयन और अस्वीकृति का दबाव कितना गहरा होता है। निजी जीवन और संघर्ष की कहानी Karun Nair का क्रिकेट सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है। एक समय वे भारतीय टीम में ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज़ बने थे, लेकिन फिर लंबे समय तक उन्हें अनदेखा किया गया। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में मेहनत जारी रखी, खुद को फिट और मानसिक रूप से तैयार रखा। क्रिकेट से मनोवैज्ञानिक जुड़ाव Karun Nair न केवल एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत खिलाड़ी हैं। उनका ट्वीट “Dear cricket, give me one more chance” सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उनकी क्रिकेट से गहरी भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक था। उन्होंने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा और हर मैच को अंतिम मौका मानकर खेला। Karun Nair की वापसी क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक भावनात्मक सफर रही है। उनकी मेहनत, लगन और खेल भावना ने उन्हें दोबारा भारतीय टीम में जगह दिलाई। भले ही फिलहाल वो टेस्ट टीम से बाहर हो चुके हों, लेकिन घरेलू क्रिकेट और IPL में उनका प्रदर्शन यह दर्शाता है कि Karun की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है। अगर उन्हें एक और मौका मिला, तो वह फिर से इतिहास रच सकते हैं। August 1, 2025 Anushil